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SBI Bank Report Hindi में – रेपो दर में कटौती से ₹60,000 तक की साल की बचत होगी!
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि आने वाले दो वर्षों तक भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो दर में कटौती का सिलसिला जारी रहता है, तो ब्याज लागत में कमी जरूर आएगी। इस कटौती का सीधा लाभ मिडिल क्लास फैमली को होगा और वे हर साल करीब ₹60,000 तक की बचत कर सकते हैं।
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🔍 क्या है रेपो दर?
रेपो दर वह ब्याज दर है जिस पर RBI बैंक और अन्य बैंकों को अल्पकालिक लोन देता है। जब रेपो दर घटती है, तो बैंकों को सस्ते दर पर लोन मिलता है और वे ग्राहकों को भी कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराते हैं।
📉 SBI की रिपोर्ट में क्या कहा गया है?
1. दो साल तक कटौती जारी रही तो बड़ा असर रिपोर्ट के अनुसार, यदि RBI अगले दो वर्षों तक रेपो दर में कटौती करता रहा, तो घरेलू कर्ज जैसे कि होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन आदि पर ब्याज दर और घट सकती है।
2. घर के बजट पर सकारात्मक प्रभाव ब्याज दर घटने से EMI कम होगी और लोगों को हर साल ₹50,000 से ₹60,000 तक की बचत हो सकती है।
3. बाजार में मांग बढ़ेगी जब लोन सस्ता होगा, तो लोग अधिक घर, गाड़ियां और अन्य सामान खरीदेंगे। इससे बाजार में मांग बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
🏠 होम लोन और कार लोन लेने वालों को सीधा लाभ
अभी सभी बैंकों को होम लोन 8%–9% तक के आस-पास होता हैं।
रेपो दर में और कटौती होने पर ये दरें 7% या उससे नीचे आ सकती हैं।
इससे 20 साल के ₹30 लाख के लोन पर करीब ₹6,000 की मासिक EMI में राहत मिल सकती है।
📊 RBI की नीति और महंगाई का संबंध
RBI रेपो दर में बदलाव महंगाई और आर्थिक विकास को ध्यान में रखकर करता है। अगर महंगाई नियंत्रण में रही और वैश्विक आर्थिक स्थितियां स्थिर रहीं, तो दरों में कटौती की संभावना मजबूत बनी रहेगी।
✅ सारांश
रेपो दर में गिरावट = सस्ते लोन
EMI कम = हर साल ₹60,000 तक की बचत
खरीदारी बढ़ेगी = अर्थव्यवस्था को बढ़ावा
अगर आप घर या गाड़ी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो अगले कुछ महीने आपके लिए फायदे का सौदा हो सकते हैं।
Posted : Jun 11, 2025